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| Source- History and Administration of the N-W Provinces 1803-1858 |
आगरा उत्तर प्रदेश में स्थित एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक शहर है। आगरा मूल रूप से एक हिन्दू शहर है। आगरा शब्द एक हिन्दू शब्द है इसकी व्युपत्ति के बारे अनेक मत प्रचलित है। आगरा नाम प्राचीन महाराजा अग्रसेन के नाम से पडा है, ऐतिहासिक स्त्रोतों के अनुसार महाराज अग्रसेन प्रभु श्रीराम के बडे बेटे कुश के वंशज थे। अन्य स्त्रोतों के अनुसार आगरा नाम अग्रवन या अग्रवाल का एक अप्रभंश है। वर्ष 1965 ई० के आगरा गजेटियर के अनुसार आगरा एक पूर्व नाम यमप्रस्थ था, महाभारत काल में अग्रवन नाम का उल्लेख किया है। ब्रजमण्डल के 12 वनों में से अग्रवन भी एक वन था।
द्वापर युग में आगरा, मथुरा के राजा कंस का एक कारागार था, आज भी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अभिलेखों में कंस गेट नाम का एक संरक्षित स्मारक है जोकि आगरा के गोकुलपुरा में स्थित है।
अब्दुल्ला द्वारा लिखित तारीखे-दाऊदी के लेखक ने लिखा है कि आगरा मथुरा के शासक कंस के अधीन एक शक्तिशाली नगर था और आगरा किला को कंस एक कारागार के रूप में उपयोग करता था। दूसरे शब्दों में आगरा किला कंस का एक राजकीय कारागार था। सम्भवः यह हो सकता है कि कंस की राजकीय कारागार के कारण आगरा के यमप्रस्थ कहा जाता हो।
वर्ष 1803-1858 ई० की हिस्ट्री एंड एडमिनिस्ट्रेश ऑफ नार्थ-वेस्ट प्राविंसेज की रिपोर्ट के अनुसार अकबर ने आगरा में जिसे किले के पास अपने किले का निर्माण करवाया वह महाभारत कालीन था, अकबर ने महाभारत कालीन किले को तोडने के आदेश दिये। इसी महाभारत कालीन किले को बादलगढ भी कहते थे। जहाँगीर ने अपनी आत्मकथा में इस बात का उल्लेख किया है कि अकबर ने महाभारत कालीन किले को तोडा था।
11 वीं सदी में महमूद गजनवी ने आगरा पर हमला कर आगरा को बर्बाद कर दिया था।
ख्वाजा मसूद बिन सद बिन सलमान ने गजनवियों के सम्मान में अनेक कवितायें लिखी है। ख्वाजा सलमान की मृत्यु करीब वर्ष 1131 ई० में हुई है। सलमान से अपनी कविताओं में लिखा है कि महमूद गजनवी के आक्रमण के समय आगरा का राजा जयपाल था। सलमान ने लिखा है कि आगरा का किला रेत के बीच एक पहाडी के समान था इसकी प्राचीरें टीलों जैसी थी, महमूद गजनवी से पहले आगरा किले पर कभी विपत्ति नहीं आयी।
वर्ष 1869 ई० में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को खुदाई में आगरा से अनेक चाँदी के सिक्के मिले जिनपर श्रीगुहिल लिखा था। मेवाड में वर्ष 750 ई० में गुहिल ने गुहिल वंश की स्थापना की। गुहिल, गुहिलोत या सिसोदिया वंश एक ही है। इन सिक्कों से यह पता चलता है कि वर्ष 750 ई० के आसपाल आगरा पर गुहिल, गुहिलोत या सिसोदिया वंश का शासन था।
आगरा एक प्राचीन हिन्दू नगर है और आगरा की ऐतिहासिक इमारतें इसी प्राचीन हिन्दू काल से सबंधित है इस पर विस्तृत अन्वेषण होना बाकी है।
