Thursday, February 2, 2012

वो कहते है कि भारत के लोग असभ्य थे
हमने भारत वालो को सभ्य बनाया ,
सन १७५७ ई. में उन्होंने हमारी
संस्कृति  को  निम्न दर्जे का  बोला
पर ७५०० वर्ष पहले सिन्धु सभ्यता
विश्व कि सर्वाधिक विकसित सभ्यता थी
खुद साम्राज्यवादी होकर हमें लोकतंत्र का
पाठ पदाते थे जब कि सिधु सभ्यता , वैदिक काल
, मौर्या काल, गुप्त काल  ये सब लोकतंत्र आधारित
राज्य थे ।
वो कहते है कि गैलिलियो ने विमान बनाया पर
प्रभु राम तो लंका विजय से पुष्पक विमान से अयोध्या
वापस आए ।
वो कहते है कि १७ वी शताब्दी  में न्यूटन
ने गुरुत्त्वकर्षण कि खोज कि पर आर्यभट ने तो
1500 वर्ष पहले इसकी खोज कर दी ।
वो कहते है कि गणित में वो पंडित है
उनकी प्रौधोगिकी सबसे उन्नत है
पर शून्य क़ी खोज आर्यभट ने गुप्त काल में क़ी  और पाई
का मान ३.१४१६ निकाला तब जा के उन्हें गिनती आई ।
वो कहते है कि उनकी मिसाइले अचूक है पर
प्रथ्विराज चौहान ने तो १२०० ई. में मुहम्मद गोरी को
शब्दभेदी वाण से काल के गाल में भेज दिया था ।
वो कहते है क़ी वो संम्पन्न  है  फिर क्यों दुनिया को
व्यापारी के भेश धर के लुटा ।
वो कहते है कि वो संस्कृति के रक्षक है
पर क्यों उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका क़ी इंका, माया  और एजटेक,
और अफ्रीका क़ी सभ्यताओं का समूल नाश कर दिया ।
वो कहते है क़ि उन्हें मानवता   क़ी चिंता है तो फिर क्यों
अफ्रीका के लोगो को दास बना के अमरीका भेजा ।






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